रायबरेलीआरडीजीएस कॉलेज, रायबरेली के बीटीसी छात्र-छात्राओं ने स्काउट कैंप में पूरे उत्साह और जोश के साथ भाग लेकर अनुशासन, सेवा और नेतृत्व का अद्भुत परिचय दिया। जनपद का यह प्रतिष्ठित और विश्वसनीय शिक्षण संस्थान लंबे समय से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए जाना जाता है।
कैंप के दौरान आयोजित विशेष कार्यक्रम में प्रोफेसर सिंह ने अपने प्रेरक संबोधन में भारतीय समाज में महिलाओं के योगदान को सराहते हुए हाल ही में हुए ‘सिंदूर ऑपरेशन’ में महिलाओं द्वारा दिखाई गई बहादुरी को नमन किया। उन्होंने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा विश्व में अपनी अलग पहचान रखती है और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसे और आगे बढ़ाएँ।
प्रोफेसर सिंह ने यह भी घोषणा की कि यदि कोई छात्र भारतीय ज्ञान परंपरा को सीखने के लिए कहीं बाहर जाना चाहेगा तो उसके सभी खर्च की जिम्मेदारी कॉलेज उठाएगा। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे हमारी सांस्कृतिक धरोहर और मानवीय मूल्यों को अपनाकर समाज के लिए प्रेरणा बनें।
स्काउट कैंप के दौरान प्रशिक्षण देने का कार्य दिनेश त्रिवेदी, श्रीराम यादव, डॉ. मनोज चौधरी और श्रीमती अर्चना ने किया। इन प्रशिक्षकों ने विद्यार्थियों को स्काउट के विभिन्न पहलुओं की जानकारी देते हुए उन्हें सेवा और नेतृत्व का महत्व समझाया।
इस अवसर पर महाविद्यालय की प्रधानाचार्या सुधा शुक्ला, स्काउट प्रशिक्षकों, शिक्षकों और सभी विद्यार्थियों ने प्रोफेसर सिंह का स्वागत किया और उनके विचारों से प्रेरणा ली।