आजमगढ़ शहर के सिधारी स्थित सरोज मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर पंकज जायसवाल ने कहा कि जाड़े में मुख्यतया श्वांस नली की बीमारियां जैसे दमा,अस्थमा ,छाती के इन्फेक्शन जैसे निमोनिया ,हृदयघात तथा लक़वा जैसी बीमारियों मुख्यतः बढ जाती है ।स्वास रोगियो में बुख़ार ,ख़ासी ,सॉस फूलना ,हृदय रोगियो में छातीमे दर्द,घबराहट अचानक सास फूलना ,लकवा रोगों में:- मुँह में टेडापन या शरीर के किसी अंग में कमजोरी मुख्य लछड़ होते है ।
बीमारी से बचने के लिए गर्म कपड़ों का उपयोग ,ठंडी हवाओं से बचना ,बुजुर्ग व्यक्ति जब तक धूप ना आए घर से बाहर ना निकले ,रूम हीटर का प्रयोग ,गुनगुना पानी ,तिल ,गुड़ आदि का प्रयोग करना चाहिए। रोगी व्यक्त अपना बीपी ,शुगर ,कोलेस्ट्रॉल को डॉक्टरी सलाह से नियंत्रित रखे उपरोक्त लक्षण आने पर तत्काल नज़दीकी डॉक्टर या हॉस्पिटल में इलाज कराए।
रिर्पोट सत्यम राय