आजमगढ नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 18वीं बैठक का आयोजन संयोजक यूनियन बैंक द्वारा क्षेत्रीय कार्यालय के सभागार में किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उप निदेशक कार्यान्वयन छबील कुमार मेहेर वेब के माध्यम से जुड़े थे। उन्होने अपने संबोधन में कहा कि 'कल से हिन्दी' वाली मानसिकता से बाहर निकलने की आवश्यकता है। असंभव कुछ भी नहीं है बस हिन्दी के विकास के लिए मजबूत संकल्पना की आवश्यकता है। इस अवसर पर नगर के सभी केंद्र सरकार के संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अध्यक्ष, नराकास एवं यूनियन बैंक के क्षेत्र प्रमुख वी बी सहाय ने की और उपाध्यक्ष अनिल कुमार ने सभा को संबोधित किया। अपनी- अपनी बात रखते हुए उन्होंने हिन्दी की महत्ता, अड़चनों एवं समाधान की बात की। सदस्य सचिव सावन सौरभ सभा का संचालन किया और नराकास की पृष्ठ भूमि बताते हुए आज़मगढ़ में भाषा के विकास की संभावनाओं पर सदस्य कार्यालय के प्रमुखों से विमर्श किया और कहा कि समिति के सम्यक प्रयास से ही नराकास आज़मगढ़ को और प्रभावी बनाकर हम आज़मगढ़ में राजभाषा का परचम लहराएंगे।
सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बैठक सम्पन्न हुई।
रिपोर्ट सत्यम राय