,आजमगढ़ अतरौलिया स्थित सीमा हॉस्पिटल एवं टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर की ड विश्व विख्यात इनफर्टिलिटी एवं आईवीएफ स्पेशलिस्ट डा सीमा पाण्डेय को शारदा यूनिवर्सिटी नायडा एवं रोमानिया यूनिवर्सिटी द्वारा 1 .5 वर्ष अध्ययन उपरांत स्टेम सेल थेरेपी & रिजेनरेटिव मेडिसिन फैलोशिप की उपाधि प्राप्त हुई है जो पूर्वांचल के लिए गौरव है क्योंकि डॉक्टर सीमा पांडे ने कहा कि आज के आधुनिक परिवेश में हर व्यक्ति का रहन-सहन खान-पान सही नहीं हो रहा है जिसके कारण कई तरह की बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं और उसके साथ साथ भारतीय महिलाओं की प्रजनन शक्ति वैसे भी विदेशियों की तुलना में कम है । यही कारण है कि भारतीय महिलाओं में निःसंतानता की समस्या तेज़ी से बढ़ रही है । स्टेम सेल थिरैपी एवम् पीआरपी थिरैपी जो कि एक अत्याधुनिक उपचार है उसमें आपके अपने शरीर से बोनमैरो या रक्त से दवा बना कर महिलाओं में कम अंडे, पतली झिल्ली बनने का उपचार एवम् पुरुषों में कम वीर्य बनने का उपचार सम्भव है। यह थिरैपी पहले ब्लड कैंसर के मरीज़ों पर काफ़ी फ़ायदेमंद साबित हो चुकी है। इस का उपयोग सर पे बाल नहीं होने पर भी कारगर है तथा सोरायसिस एवं अन्य आटोइम्यून बीमारियों में भी इस विधि का उपयोग किया जा रहा है। आज के युग में शादी देर से होना. मोबाइल फ़ोन, कम्प्यूटर का ज़्यादा इस्तेमाल, भागदौड़ भरी ज़िंदगी हमारी प्रजनन क्षमता को बिगाड़ रही है। जिन महिला या पुरुष में बाझंपन की समस्या इन कारणों से है उन्हें इस नई तकनीक से उपचार होने पर यह सब समस्याएं दूर होगी जिससे स्वस्थ प्रजनन होगा। डॉक्टर सीमा पांडे ने बताया कि यह डिग्री देश में कुछ चुनिंदा डॉक्टरों के पास है और पूर्वांचल मे डॉ सीमा पांडे उनमें से सर्व प्रथम हैं जो गर्व की बात है । इस उपाधि को प्राप्त करने के बाद शुभकामनाएं एवं बधाई देने वालों का काफी भीड़ है ।जिसका डॉक्टर सीमा पांडे ने सबको धन्यवाद दिया एवं कहा कि इस फेलोशिप डिग्री प्राप्त होने से हौसला एवं आत्मविश्वास बढ़ा है आगे और कुछ नया करने का संकल्प है। जिससे जिन इलाज के लिए लोगों को विदेश जाना पड़ता था अब वह उपचार यहां पर मिलेगा। इसके लिए वह इन स्थानो पर कृपया संपर्क करें वंशति फर्टिलिटी लखनऊ या हमारे आज़मगढ़ केंद्र ईवा फर्टिलिटी सेंटर सीमा हॉस्पिटल
अतरौलिया में ।
रिपोर्ट सत्यम राय