हेरिटेज हॉस्पिटल, वाराणसी द्वारा आयोजित सी.एम.ई. कार्यक्रम में वैस्कुलर एंड इन्टरवेन्शनल रेडियोलॉजी विभाग के डॉ. सौरभ कुमार राय एवं गैस्ट्रोइन्ट्रोलॉजी विभाग के डॉ. सौम्यलिन रॉय ने नई चिकित्सा तकनीक के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
डॉ सौरभ राय ने बताया कि वी.आई.आर. विभाग चिकित्सा जगत में एक नया विभाग है जिसकी सेवायें अभी सिर्फ बड़े शहरों में ही उपलब्ध है। अब हेरिटेज हॉस्पिटल मे भी मिलेगा । इस पद्धति की सबसे खास बात यह है कि इसमें ज्यादातर उपचार नसों के माध्यम से किया जाता है। पैर की फूली नसों, डायलिसिस का बन्द फिश्चुला आदि ऐसी कई • समस्यायें हैं जिनका उपचार इस विभाग में बिना सर्जरी के ही संभव है। नस के माध्यम से उपचार करने से उपचार में लागत और समय दोनों में कमी आती है।
हेरिटेज हॉस्पिटल के गैस्ट्रोइन्ट्रोलॉजी विभाग के डॉ. सौम्यलिन रॉय ने बताया कि अब हेरिटेज हॉस्पिटल में पेट के अन्दर लीवर, किडनी, पित्ताशय आदि की और करीब से अल्ट्रासाउण्ड जाँच के लिये इण्डोस्कोपिक अल्ट्रासाउण्ड की सुविधा उपलब्ध है। जब सीटी स्कैन या एमआरआई द्वारा जाँच कराने से भी पेट के अंदर की समस्या का पता नहीं चलता है तब इण्डोस्कोपिक अल्ट्रासाउण्ड के
माध्यम से पेट के अन्दर की जाँच की जाती है। यह जाँच अभी सिर्फ बड़े शहरों में उपलब्ध है जिसे कुछ चुनिन्दा डॉक्टर ही करते हैं।
पेट की बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिये इण्डोस्कोपिक
अल्ट्रासाउण्ड एक वरदान है।
सी.एम.ई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. अनूप कुमार सिंह, अध्यक्ष आईएमए, आजमगढ़ ने कार्यक्रम की सफलता के लिये सभी को बधाई दी और कहा कि ऐसे कार्यक्रम का आयोजन होते रहना चाहिए जिससे हमारे जिले के चिकित्सकों को भी चिकित्सा जगत में आने वाली नई तकनीक की जानकारी मिलती रहे। ऐसी नई चिकित्सा सेवायें हमें वाराणसी में ही मिलेंगी तो हमारे जिले के
मरीजों को बड़े शहरों में जाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. .सी. के. त्यागी ने किया और कहा कि नई तकनीक के विषय में दोनों चिकित्सकों ने बड़े विस्तार से बताया एवं आजमगढ़ के 60 से ज्यादा उपस्थित चिकित्सकों के सवालों का जवाब भी बखूबी दिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. आलोक सिंह, डॉ. ए.के. राय, डॉ. डी.पी. राय, डॉ. फूरकान अहमद, डॉ मो.इकराम ,डाक्टर जे यन. सिंह आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट सत्यम राय