आजमगढ़ आनंद हॉस्पिटल मल्टी स्पेशलिटी मुकेरीगंज के वरिष्ठ डॉक्टर आनंद सिंह ने कहा कि सर्दियों में जुकाम, बुखार जैसी आम परेशानियों से लेकर हाई ब्लड प्रेशर और अर्थराइटिस जैसी बड़ी बीमारियां बढ़ जाती हैं। इस मौसम में अगर अपनी हेल्थ, लाइफस्टाइल और डाइट का ध्यान ना रखा जाएं तो ये परेशानियां गंभीर रूप भी ले सकती हैं. आइए जानते हैं, कौन-कौन सी बीमारियां सर्दियों में आपको मुसीबत में डाल सकती हैं।
1- हाई ब्लड प्रेशर
सर्दियों में स्किन पोर्स कॉन्ट्रैक्ट हो जाते हैं, साथ ही ब्लड वेसल्स भी संकरी हो जाती हैं, जिसके चलते ब्लड सर्कुलेशन के लिए हार्ट को हाई प्रेशर लगाना पड़ता है. नतीजन, हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है.
2- सर्दी और जुखाम
सर्दियों में कफ, कोल्ड, फीवर, डायरिया और निमोनिया जैसे इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. इस दौरान ठंड से बचें और परेशानी बढ़ने पर डॉक्टर को अवश्य दिखा लें.
3-ड्राई स्किन
सर्द हवाएं और हॉट शावर आपकी त्वचा पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं. यही वजह है की सर्दियों के दौरान ड्राई स्किन, खुजली, स्किन और हाथ पांव का फटना आम हो जाता है. बेहतर है की इसके बचाव के लिए क्रीम्स और लोशंस का उपयोग किया जाए.
4-मोटापा
अक्सर ठंड के मौसम में वेट बढ़ने की समस्या आम हो जाती है. अनहेल्दी डाइट के सेवन और फिजिकल एक्टिविटी की कमी से ये परेशानी सामने आती है.
5-अर्थराइटिस
ठंड के मौसम में कभी-कभी धूप दिखना भी दुर्लभ हो जाती है, जिसके चलते बॉडी में विटामिन डी की कमी होने लगती है, साथ ही फिजिकल एक्टिविटी की कमी, बैरोमेट्रिक प्रेशर में बदलाव, ठंड और नमी भरा मौसम भी अर्थराइटिस की समस्या पैदा कर सकता है.
डॉक्टर आनन्द सिंह के अनुसार, ठंड के मौसम में दिल की धमनियां सिकुड़ जाती हैं जिससे दिल को खून और ऑक्सीजन की कमी हो जाती है. इससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है. इस मौसम में खासकर उम्रदराज लोगों को डिप्रेशन की शिकायत भी हो जाती है. इसके चलते तनाव और हाइपरटेंशन काफी बढ़ जाता है. सर्दियों के अवसाद से पीड़ित लोग अक्सर ज्यादा चीनी, सोडियम और ज्यादा कैलोरी वाला खाना खाने लगते हैं. इनसे मधुमेह और हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में कुछ बातों को ध्यान में रखकर आप सर्दियों में भी सेहतमंद बने रह सकते हैं.
ध्यान रखने योग्य बातें:-
1. उचित मात्रा में पानी पीने से ऊर्जा और बेहतर पाचन बना रहता है. अपने दिन की शुरुआत नाश्ते से पहले आधा लीटर पानी पीकर करें और हर घंटे बाद उचित मात्रा में पानी पीते रहें.
2. कच्चे फल, सब्जियां, अंकुरित अनाज, सूखे मेवे और विभिन्न प्रकार के बीज अपने आहार में शामिल करें. कच्चे आहार में पर्याप्त मात्रा में एंजाइम, विटामिन और रोग प्रतिरोधक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं .
3. धूप लेना न भूलें. 80 से 90 प्रतिशत लोग विटामिन डी की कमी से पीड़ित हैं जो सर्दी के अवसाद, जोड़ों के दर्द, रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी का कारण बनता है.
4. अच्छे भोजन में सात रंग और 6 स्वाद शामिल होते हैं. लाल सेब लाइकोपीन, हरी पत्तेदार सब्जियों और फलों में बी काॅम्पलेक्स और नारंगी चीजों में विटामिन सी मिलता है. इसी तरह मीठे, कसैले और नमकीन स्वाद वजन बढ़ाते हैं. तीखे, खट्टे और कड़वे स्वाद वजन कम करते हैं. हो सके तो नियमित रूप से पौष्टिक आहार लें.
5. धूम्रपान करते हैं तो छोड़ने की कोशिश करें. सर्दियों में धूम्रपान करने से सांस से जुड़ी समस्याएं ज्यादा बढ़ जाती हैं जो दिल के दौरे का खतरा भी बढ़ाती हैं
रिपोर्ट सत्यम राय