*आज़मगढ़, हाफिज पुर स्थित विजडम इंटरनेशनल स्कूल, आज़मगढ़ में *हिंदी दिवस* बड़े उत्साह और सांस्कृतिक जोश के साथ मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण *नुक्कड़ नाटक* और *लोकनृत्य प्रतियोगिता* रहे, जिन्होंने विद्यालय परिसर को कला और परंपरा के रंगों से सराबोर कर दिया।
प्रतियोगिताएँ विद्यालय के चार सदनों – **अंबर सदन, अरण्य सदन, प्रभात सदन और सूर्य सदन** – के बीच आयोजित की गईं। विद्यार्थियों ने आत्मविश्वास और रचनात्मकता के साथ मंच पर अपनी प्रस्तुतियाँ दीं। नुक्कड़ नाटक ने सरल हिंदी में सामाजिक जागरूकता का संदेश दिया, वहीं लोकनृत्य ने भारतीय संस्कृति और लोक परंपरा की छटा बिखेरी। दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ाया।
इन प्रतियोगिताओं का मूल्यांकन **प्रधानाचार्य ग्लेन रॉनसन डिसूज़ा**, **एनिमेटर अमित सिंह** तथा **नृत्य शिक्षक सवॉन प्रजापति** द्वारा किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन और संयोजन * नीति मिश्रा** तथा **कुमारी दीप्ति राय** ने किया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ** ग्लेन रॉनसन डिसूज़ा** ने कहा, *“हिंदी हमारी राजभाषा होने के साथ-साथ उत्तर और दक्षिण भारत के बीच संवाद का सशक्त माध्यम है। विशेषकर दक्षिण भारतीय छात्रों के लिए हिंदी का ज्ञान अत्यंत सहायक है, क्योंकि इससे वे आत्मविश्वास के साथ उत्तर भारत में संवाद कर सकते हैं और साहित्य, सिनेमा व संस्कृति की नई दुनिया से जुड़ सकते हैं।”*
अपने संबोधन में उन्होंने विद्यार्थियों को हिंदी भाषा का सम्मान करने और उसके प्रचार-प्रसार के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, *“हिंदी केवल एक भाषा नहीं बल्कि हमारी सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे इसे महत्व दें और इसकी विरासत को आगे बढ़ाएँ।”*